दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की कमान शीला दीक्षित की हार-जीत पर टिकी


नई दिल्ली लोकसभा चुनाव के परिणाम पर प्रदेश कांग्रेस का भी भविष्य टिका हुआ है। खासकर वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित का पद पर बने रहने को लेकर कयास अभी से लगने लगे हैं। अगर वह नॉर्थ-ईस्ट लोकसभा सीट जीत जाती हैं, तो उनका पद पर बने रहना तय माना जा रहा है। उनकी हार पर प्रदेश अध्यक्ष की कमान में बदलाव के भी संकेत मिलने लगे हैं। कांग्रेस अभी से विधानसभा चुनाव अकेले दम पर लड़ने के मूड में दिख रही है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव में भले पार्टी 'आप' के साथ गठबंधन पर विचार कर रही थी, लेकिन विधानसभा का मुद्दा अलग है, इसलिए पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। एग्जिट पोल को नकारते हुए प्रदेश कांग्रेस कम से कम दो सीटों पर जीत पक्की मान कर चल रही है। नॉर्थ-ईस्ट की सीट जहां से शीला दीक्षित उम्मीदवार हैं और नई दिल्ली की सीट जहां से अजय माकन चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा, पार्टी खुद को चांदनी चौक लोकसभा सीट पर भी जीत मान रही है। इससे अलग पार्टी के अंदर अभी से अगले चुनाव के लिए हलचल शुरू हो गई है, रिजल्ट आने से पहले ही कयास शुरू हो गए हैं कि विधानसभा का चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाए। पार्टी के एक सीनियर लीडर ने कहा कि शीला की जीत और हार पर बहुत कुछ निर्भर है। अगर वह अपनी सीट जीत जाती है तो अलग स्थिति होगी और हार जाती है तो भी अलग स्थिति होगी। उनकी जीत और हार पर सब निर्भर है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से इस्तीफा दे चुके अजय माकन की भी जीत और हार पर आगे का भविष्य निर्भर है। सूत्रों का कहना है कि जो लोग लोकसभा चुनाव के दौरान 'आप' के साथ गठबंधन की बातें कर रहे थे वे भी विधानसभा में इसके पक्ष में नहीं दिख रहे हैं। नेताओं का मानना है कि पार्टी का परफॉर्मेंस बेहतर हो रहा है और अब बीजेपी को कड़ी टक्कर देने की स्थिति आ चुकी है। दूसरे नंबर पर आने के बाद वर्करों में भी जोश आएगा और नए सिरे से पार्टी आक्रामक होगी।पार्टी का मानना है कि कांग्रेस की मजबूती से 'आप' के वोटरों में डिविजन होगा और पार्टी के पास लोकल लेवल पर अनुभवी नेताओं की भरमार भी अपने पक्ष में मान रही है। पार्टी का कहना है कि बीजेपी की लोकल लीडरशिप कांग्रेस की तुलना में कमजोर है। वर्किंग प्रेजिडेंट राजेश लिलोठिया का दावा है कि प्रदेश यूनिट बहुत अच्छा काम कर रही है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस सातों सीट जीत रही है।